उपसभापति ने कहा कि हाल ही में जी 20 के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ को शामिल किए जाने के साथ अफ्रीका के प्रति भारत के नजरिये को प्रदर्शित करता है. विकास साझेदारी, डिजिटल साक्षरता, कृषि, स्वच्छ और कुशल ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद से मुकाबला करने से लेकर महासागर की सुरक्षा तक, भारत का लक्ष्य अफ्रीका के साथ अपने संबंध का विस्तार करना है. समावेशी होने के ब्रिक्स के प्रयास की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भारत समानता, खुलेपन, समावेशिता, आम सहमति, आपसी सम्मान और समझ की ब्रिक्स की भावना का पोषक है. विकासशील देशों के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाले ब्रिक्स ने बार-बार वैश्विक शासन प्रणाली के अधिक लोकतंत्रीकरण और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, विश्व व्यापार संगठन, आदि जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों में सुधार की मांग की है. हमने ब्रिक्स में अपने कार्यों से यह प्रदर्शित किया है, हमने समूह में शामिल होने के लिए छह नए सदस्यों को आमंत्रित किया है. विषयगत चर्चा के अलावा फोरम में उठाए जाने वाले अन्य विषय अफ्रीकी महाद्वीपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र (एएफसीएफटीए) के माध्यम से क्षेत्रीय एकीकरण, स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना शामिल है.