न्यूज डेस्क, अमर उजाला, ग्वालियर Published by: उदित दीक्षित Updated Sat, 06 Jul 2024 06: 45 PM IST
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा उर्फ नारायण हरि साकार के सत्संग में मची भगदड़ में अब तक 122 लोगों की मौत हो चुकी है। इस दर्दनाक घटना के बाद बाबा का ग्वालियर कनेक्शन भी मिला है। ग्वालियर के तिगरा रोड पर झंडा का पूरा गांव में हरी विहार में बाबा का आलीशान आश्रम है, जहां अक्सर बाबा सत्संग किया करता था, जिसमें हजारों की संख्या में अनुयाई शामिल होते थे। आश्रम की पड़ताल के दौरान स्थानीय लोगों ने बातचीत में कई खुलासे किए हैं।
भोले बाबा उर्फ नारायण हरि साकार का आश्रम ग्वालियर शहर से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हरि विहार कॉलोनी में है। स्थानीय लोगों ने बताया है कि इस कॉलोनी का नाम बाबा के नाम पर ही रखा गया है। कॉलोनी का पहले कुछ और नाम हुआ करता था। लोगों ने बताया कि बाबा यहां अक्सर आता रहता है और सत्संग करता है, जिसमें शामिल होने के लिए दूर-दूर से हजारों लोग आते थे, सत्संग में सबसे ज्यादा महिलाएं ही शामिल होती हैं। लोगों ने बताया कि बाबा के साथ 25 से 30 लोगों की सिक्योरिटी रहती थी, जो किसी को भी उनके पास नहीं जाने देती थी। साथ ही बाबा की चारों तरफ महिलाओं का झुंड रहता था। स्थानीय लोगों ने बताया है कि 4 महीने पहले बाबा आया था।
इस दौरान बाबा के कुछ अनुयाई भी मिले जो अपने साथ बाबा की मूर्ति लेकर चलते हैं, उन्हें ईश्वर मानते हैं। ऐसी ही एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि बाबा ईश्वर का रूप हैं, मैं सात वर्ष की थी, तब से पूजा कर रही हूं। इसके अलावा कॉलोनी के ज्यादातर घरों पर बाबा की तस्वीर लगी हुई है। बाबा के अनुयाई उनकी भक्ति में इतने लीन हैं कि उन्होंने ईश्वर का नाम लेना ही छोड़ दिया है, वे कहते हैं कि हम सबके लिए बाबा ही भगवान हैं, इनके अलावा हम किसी की पूजा नहीं करते। बाबा कुछ भी कर सकते हैं।