भोपाल मेट्रो का सेफ्ट्री ट्रायल किया – फोटो : अमर उजाला
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भोपाल मेट्रो के कोच की कनेक्टिविटी के बाद मंगलवार को सुभाष नगर से रानी कमलापति मेट्रो स्टेशन के बीच सेफ्टी ट्रायल किया गया। इसके बाद दो अक्टूबर से ट्रायल रन की तैयारी है। यह चार से पांच माह तक चलेगा। इसकी शुरुआत सीएम शिवराज हरी झंडी दिखा कर सकते हैं।
भोपाल मेट्रो के कोच को मंगलवार को ट्रेक पर लाया गया। सुबह 10.45 बजे से 12.30 बजे के बीच सुभाष नगर से रानी कमलापति मेट्रो स्टेशन के बीच सेफ्ट्री ट्रायल किया गया। मेट्रो ट्रेक पर 10 से लेकर 15 किमी की रफ्तार से दौड़ाया गया। अभी एक दिन में एक से दो बार मेट्रो को ट्रेक पर दौड़ाया जाएगा। इसके बाद दो अक्टूबर से ट्रायल रन शुरू होगा। इसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हरी झंडी दिखा सकते है। इसमें पैंसेजर के अनुसार अलग-अलग वजन की शेंड की बोरी रखकर ट्रेक पर दौड़ाया जाएगा। एक साथ दो से तीन मेट्रो को ट्रेक पर दौड़ा कर सिंग्नलिंग और टाइमिंग समेत सभी तकनीकी पहलुओं की जांच की जाएगी। सबकुछ ठीक रहने पर रेलवे सेफ्टी कमिश्नर को अनुमति देने आवेदन किया जाएगा। रेलवे सेफ्टी कमिश्नर की तरफ से अनुमति मिलने के बाद मई या जून 2024 में भोपाल की जनता को मेट्रो की सौगात मिलेगी।
साढ़े तीन किमी ट्रेक पर होगा ट्रायल
बता दें भोपाल के प्रायोरिटी कॉरिडोर में आठ स्टेशन बनाएं गए हैं। शुरुआत में मेट्रो का ट्रायल रन साढ़े तीन किमी सुभाष नगर से रानी कमलापति मेट्रो स्टेशन के बीच होगा। इसके बीच में तीन स्टेशन केंद्रीय विद्यालय, बोर्ड ऑफिस और एमपी नगर मेट्रो स्टेशन है। मेट्रो कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने सुभाष नगर और रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का 90 प्रतिशत के करीब काम पूरा कर लिया है।
9 वें दिन मेट्रो का सेफ्टी रन
गुजरात के बड़ोदरा से मेट्रो के कोच 17 सितंबर की रात को भोपाल पहुंचे। अगले दिन 18 सितंबर को उन्हें मेट्रो के सुभाष नगर डिपो में अनलोड किया गया। इसके बाद मेट्रो की टीम ने सात दिनों में तीनों कोचों को जोड़कर उनके हजारों तारों के आठ दिन में कनेक्टिविटी की। इसके बाद 9वें दिन मेट्रो का सेफ्टी रन शुरू किया गया।