आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा अनावरण – फोटो : सोशल मीडिया
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची बहुधातु से निर्मित मूर्ति का अनावरण करेंगे। इसे ‘एकात्मता की मूर्ति’ नाम दिया गया है। सीएम यहीं अद्वैत लोक का शिलान्यास भी करेंगे। उज्जैन में महाकाल लोक के बाद अब ओंकारेश्वर में एकात्म धाम बनने जा रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने बुधवार को स्टैच्यू ऑफ वननेस के अनावरण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एकात्मता की मूर्ति का अनावरण कार्यक्रम पूर्ण गरिमा, भव्यता और दिव्यता के साथ आयोजित किया जाए। कार्यक्रम में शामिल होने वाले देश के सभी प्रमुख साधु-संतों का स्वागत परंपरागत रूप से किया जाए। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाए।
केरल की परंपारिक पद्धति अनुसार होगा साधु-संतों का स्वागत
मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे केरल की परंपारिक पद्धतियों अनुसार साधु-संतों का स्वागत करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री तथा पूज्य संतों द्वारा वैदिक यज्ञ अनुष्ठान में आहूति दी जाएगी। इस अवसर पर देशभर की शैव परंपरा के नृत्यों की प्रस्तुतियों के साथ ही आचार्य प्रतिवर्तित पंचायतन पूजा परंपरा का भारतीय प्रदर्शनकारी शैलियों के कलाकारों द्वारा प्रस्तुतिकरण होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री तथा पूज्य संतों द्वारा एकात्मता की मूर्ति का अनावरण और अद्वैत लोक का भूमि एवं शिला पूजन किया जाएगा। कुल 101 बटुकों द्वारा वेदोच्चार व शंखनाद के बीच मुख्यमंत्री व पूज्य संत एकात्मता की मूर्ति की चरणों में पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
ऐसा है मूर्ति का रूप
ओंकारेश्वर में विकसित हो रहे, ‘एकात्म धाम’ में आचार्य शंकर के बाल रूप में 108 फुट की ‘एकात्मता की मूर्ति’ केवल एक प्रतिमा नहीं, यह ऊर्जा का ऐसा स्रोत सिद्ध होगी। यहां से संपूर्ण विश्व मानवता के उत्थान हेतु गुरु ज्ञान प्राप्त करेगा। ब्यूरो