आर्थिक सहायता की मांग को लेकर चक्काजाम – फोटो : अमर उजाला
विस्तार Follow Us
सागर जिले के नरयावली थाना क्षेत्र की जरुआखेड़ा पुलिस चौकी अंतर्गत दिनांक 19 जून को हुए सड़क हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में शराब के नशे में शहर के एक रईसजादे ने दो मोटरसाइकिल सवारों को टक्कर मार दी थी।
इस पूरे मामले में नरयावली थाना पुलिस द्वारा आरोपियों की मदद करने और हवालात में सुविधा मुहैया कराने के आरोप मृतकों के परिजनों ने लगाए थे। इसी से नाराज पीड़ितों ने सोमवार को छतरपुर-सागर मार्ग पर होटल पैराडाइज के पास चक्काजाम कर दिया। पिछले दिनों मृतकों के परिजनों सहित सर्व समाज के लोगों ने पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए सागर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा था, जिसमें नरयावली थाना प्रभारी को हटाने सहित आर्थिक सहायता राशि की मांग की गई थी, जिसे पूरा नहीं करने की स्थिति में नाराज परिजनों ने आज चक्काजाम कर दिया।
इस चक्काजाम से सागर कानपुर छतरपुर मार्ग पर आवागमन बंद हो गया और दोनों तरफ वाहनों की लंबी लंबी कतार लग गई। इस चक्काजाम की सूचना मिलते ही नर्यावली विधायक प्रदीप लारिया सहित स्थानीय प्रशासन के नुमाइंदे चक्काजाम स्थल पर पहुंचे और पीड़ित के परिजनों सहित अन्य लोगों से मुलाकात कर उनकी मांगों को सुना। चक्का जाम के दौरान सागर पुलिस अधीक्षक की तरफ से मकरोनिया सीएसपी नीलम चौधरी लोगों की बातचीत सुनी तथा उन्हें जाम खत्म करने की समझाया, साथ ही परिजनों को आश्वासन दिया कि थाना प्रभारी को हटाने और नर्यावली थाना पुलिस पर लगे आरोप की जांच के लिए एसडीओपी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है, जिसकी जांच रिपोर्ट उपरांत एक सप्ताह में कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ित परिजनों ने कहा है कि अगर एक सप्ताह के अंदर थाना प्रभारी पर कार्रवाई नहीं होती है तो फिर सर्व समाज के द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। मौके पर सर्व समाज के लोग सहित मौके पर पहुंचे नर्यावली विधायक प्रदीप लारिया द्वारा प्रशासन से दो लाख की सहायता राशि देने और पीड़ितों की हर संभवत मदद करने की बात कही।