जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल सांसद गणेश सिंह – फोटो : अमर उजाला
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देश की ओबीसी स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन रह चुके सतना सांसद गणेश सिंह जातीय जनगणना के पक्ष में नहीं है। उन्होंने इसे कांग्रेस का राजनैतिक एजेंडा बताते हुए कहा है कि अगर जनगणना करानी ही है तो वह जनगणना जातियों की नहीं बल्कि वर्ग की करानी चाहिए। जिससे जातियों के वर्ग को लाभ मिलेगा।
भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सतना सांसद गणेश सिंह ने कहा कि वैसे भी सरकारें सभी वर्गों की जनगणना कराती हैं। ओबीसी के लिए जरूर अलग से गणना नहीं हुई। इसलिए उचित यही है कि जातीय नहीं बल्कि वर्ग की गणना कराई जाए। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की मांग के मसले पर सांसद ने कहा कि जो वो कह रही हैं उसके लिए संविधान में संशोधन लाना पड़ेगा। अगर ऐसे ही कोई प्रावधान जोड़ दिया गया तो सुप्रीम कोर्ट रोक लगा सकती है।
सांसद सिंह ने इस दौरान पूर्व मंत्री दीपक जोशी को नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार में मंत्री रहे दीपक जोशी कल तक कांग्रेस को झूठा बोलते थे, लेकिन आज शिवराज को झूठा बोल रहे हैं। ऐसा कहने के पहले उन्हें अपनी अंतरात्मा में झांकना चाहिए। मप्र में प्रशासनिक अराजकता के लग रहे आरोपों पर सांसद ने कहा कि 20 साल पहले बीमारू राज्य रहे मप्र में सब कुछ कंट्रोल में है। राज्य को अधिकारी कर्मचारी नहीं रूलिंग पार्टी चलाती है। चित्रकूट क्षेत्र के युवा नेता सुभाष शर्मा डोली के भाजपा छोड़ने पर सांसद ने कहा कि वे अच्छे कार्यकर्ता हैं, उनका राजनैतिक सफर लंबा है लेकिन उन्होंने टिकट वितरण से नाराज होकर पार्टी छोड़ने में जल्दबाजी कर दी।
सांसद गणेश सिंह ने बताया कि जन आशीर्वाद यात्रा का समापन हो गया है। इस यात्रा ने 10 हजार किमी से ज्यादा का सफर तय कर 210 विधानसभा क्षेत्रों का भ्रमण किया है। अब 25 सितंबर को भोपाल के जम्बूरी मैदान में कार्यकर्ताओं का महाकुंभ होगा, जहां पीएम मोदी जीत का मंत्र देंगे। सांसद ने दावा किया कि भाजपा 150 से अधिक सीटें जीत कर पुनः सरकार बनाएगी।
भोपाल में आयोजित कार्यकर्ता महाकुंभ की तैयारियों की जानकारी देते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा ने बताया कि सतना जिले के 30 मंडलों के 1950 बूथों से 110 बसों में कार्यकर्ता भोपाल जाएंगे। इसके अलावा ट्रेन और निजी वाहनों से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता रवाना होंगे। कार्यकर्ताओं को ले जाने, वहां उनके रहने- खाने और वापस लाने के लिए अलग अलग टीमें बना कर जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।